खांसी का इलाज घरेलू – Khansi Ke Gharelu Upay – Cough Home Remedies and Cough Syrup

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खांसी का इलाज घरेलू – इस लेख मे आपको हर प्रकार की खांसी का घरेलू इलाज तथा cough syrup, सूखी खांसी, बलगम वाली खांसी, पुरानी से पुरानी खांसी की दवा, बच्चों की खांसी आदि के घरेलू तथा अन्य इलाज से जुडी हुई बहुत सारी जानकारियाँ मिलेगी जो आपके लिये मददगार साबित होगी। आशा करता हूँ की आपको ये लेख पसंद आएगा।
खांसी होना बहुत ही आम बात है। खांसी बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को हो सकती है। मौसम में जरा से भी बदलाव, या फिर अन्य कारणों से लोगों को बराबर खांसी हो जाती है। खांसी होने पर गले में खराश और दर्द भी होने लगता है। यदि जल्दी खांसी का उपचार न किया जाए तो खांसते-खांसते सीने में दर्द होने लगता है। आइए खांसी के घरेलू इलाज तथा खांसी के लिए सिरप (cough syrup) के बारे में जानते हैं।

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खांसी का इलाज घरेलू

खांसी एवं उसके प्रकार – Khansi and its Types – Cough and its Types

खांसी क्या है? – Khansi Kya h? – What is Cough in Hindi?

आयुर्वेद के अनुसार, खांसी वात, पित्त, कफ के असंतुलन के कारण होती है। अस्वस्थ भोजन एवं जीवनशैली के कारण शरीर में वात एवं कफ दोष होने लगते हैं, इससे खांसी होने लगती है। खांसी मुख्यतः कफ दोष के कारण होती है।

खांसी के प्रकार – Khansi ke prakar – Cough Types in Hindi

सूखी खांसी – Sukhi Khansi – Dry cough

सूखी खांसी को अनुत्पादक खांसी के रूप में जाना जाता है क्योंकि इसमें कोई बलगम मौजूद नहीं होता है। सूखी खांसी का कोई विशेष कारण नहीं होता है और यह कई लोगों में हो सकती है।

सूखी खाँसी विभिन्न कारकों के कारण हो सकती है, जिनमें जलन, शारीरिक तनाव, शुष्क श्वसन संबंधी समस्याएं या सूजन शामिल हैं।

बलगम युक्त खांसी – गीली खांसी – Balgam Wali Khansi – Wet cough

गीली खांसी को उत्पादक खांसी के रूप में जाना जाता है क्योंकि वे बलगम या कफ पैदा करती हैं। यह बेहद कम और भारी होता है।

बलगम फेफड़ों से बाहर निकल जाता है, जिससे सीने में दर्द और लगातार खांसी होती है। एलर्जी, निमोनिया, सर्दी और फ्लू के कारण गीली खांसी हो सकती है।

खांसी के अन्य प्रकार:
  • तेज खांसी – Tej Khansi – Acute cough: यह थोड़े समय के लिए, तथा या ज्यादातर ऊपरी श्वासनली के संक्रमण के कारण होती है। यह फ्लू या कॉमन कोल्ड के कारण होती है।
  • पुरानी खांसी – Purani Khansi – Chronic Cough: यह 6-8 सप्ताह तक रह सकती है। यह Allergic rhinitis, T.B. या Lung cancer और Lung infection के कारण होती है।
  • कुक्कुर खांसी – Kukkur Khansi – Whooping Cough: इसे काली खांसी (whooping cough) भी कहते हैं। यह रोग बोर्डटेल परटयूसिस नामक सूक्ष्मजीवी के कारण होता है, जो शुरुआत में नाक और गले को प्रभावित करता है। यह रोग दो वर्ष से कम आयु के बच्चों की श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता है। यह संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से फैलता है। इसमें बच्चे को बार-बार खांसी के दौरे पड़ते हैं। बच्चे को खांसी के बाद उल्टी होने की भी संभावना रहती है। खांसी के साथ बलगम निकलता है, तथा सांस लेने में कठिनाई होती है, तथा सांस लेने में विशेष प्रकार की आवाज निकलती है।

खांसी का इलाज घरेलू – Khansi Ke Gharelu Upay – Cough Home Remedies

खांसी के घरेलू उपाय – Khansi Ka Gharelu Upay – Cough Home Remedies

खांसी होने पर आप इसका इलाज घर पर ही निम्नलिखित असरदार घरेलू नुस्खों (Home Remedy for Cough) से कर सकते हैं:

शहद से सूखी खांसी का इलाज – Honey for Dry Cough

सूखी खांसी में शहद बहुत ही लाभदायक होता है। एक चम्मच शहद को गर्म दूध में मिलाकर पिएं। यह खांसी से आराम दिलाता है।

तुलसी से खांसी का इलाज – Tulsi for Cough
  • तुलसी की पत्तियों को पानी में उबालकर काढ़ा बनाकर पिएं।
  • तुलसी की पत्तियों का रस, एवं अदरक के रस के साथ मिलाकर शहद के साथ खाएं।
अदरक से सूखी खांसी का इलाज – Ginger for Dry Cough
  • एक चम्मच अदरक के रस को शहद के साथ चाटने से सूखी खांसी से आराम मिलता है।
  • अदरक को पानी में अच्छी तरह उबाल लें। जब काढ़ा बनकर तैयार हो जाए, तब दो चम्मच शहद मिलाकर पीने से खांसी में आराम मिलता है।
नमक से सूखी खांसी का इलाज – Salt for Dry Cough

एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच नमक मिलाकर सुबह-शाम गरारे करें। इससे सूखी खांसी से आराम मिलता है।

प्याज से खांसी का इलाज – Onion for Cough

आधा चम्मच प्याज का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो बार लेने से खांसी में आराम मिलता है।

मुलेठी से खांसी का इलाज – Mulethi for Cough

मुलेठी का चूर्ण श्वसन तंत्र में सूजन को कम करता है, तथा म्यूकस को ढीला करता है। इसके लिए दो बड़ी चम्मच मुलेठी के चूर्ण को 2-3 गिलास पानी में डालकर उबालें, और 10-15 मिनट तक इसका भाप लें।

गिलोय के प्रयोग से पुरानी खांसी का इलाज – Giloy for Chronic Cough

गिलोय के रस को रोज सुबह-शाम खाली पेट पीने से पुरानी खांसी भी ठीक हो जाती है।

अनार से सूखी खांसी का इलाज – Anar (pomegranate) for Dry Cough
  • अनार के छिलकों को छाया में रख कर सुखा लें। एक-एक टुकड़ा मुंह में रखकर चूसते रहें। इससे सूखी खांसी में बहुत लाभ मिलता है।
  • अनार के रस को गर्म कर के पीने से भी खांसी जल्दी ही ठीक हो जाती है।
सरसों से कफ वाली खांसी का इलाज – Mustard for Cough

एक चम्मच सरसों के बीजों को एक गिलास गर्म पानी में उबाल लें। अच्छी प्रकार उबल जाने पर पानी को छानकर पिएं। इससे जमा हुआ कफ बाहर निकलने लगता है। सरसों के बीज में मौजूद सल्फर जमे हुए कफ को बाहर निकालने में मदद करता है।

बादाम से गीली खांसी का इलाज – Almond for Wet Cough

8-10 बादाम लेकर रात को पानी में भिगा दें। सुबह इन्हें छिलकर दरदरा पीस लें। इसमें थोड़ी-सी मक्खन और चीनी मिला लें। दिन में तीन बार इसका सेवन करें। यह गीली खांसी में बेहद फायदेमंद है।

काली मिर्च से बलगम वाली खांसी का इलाज – Black Pepper for Cough

काली मिर्च बलगम को बाहर निकालने में मदद करती है, तथा बंद नाक को खोलने में मदद करती है। काली मिर्च के पाउडर को शहद के साथ मिलाकर चाट लें, या फिर चाय में डालकर इसका सेवन करें।

हल्दी से खांसी का इलाज – Turmeric for Cough
  • हल्दी में एंटीबैक्टेरियल, एन्टीवायरल एवं सूजनरोधी गुण पाए जाते हैं। एक चम्मच हल्दी और अजवायन को एक गिलास पानी में उबालें। जब यह पानी उबलकर आधा हो जाए, तब आधा चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो बार सेवन करें।
  • कच्ची हल्दी के रस को कुछ देर मुंह में रखें। जैसे-जैसे यह गले से नीचे उतरेगा, खांसी की उग्रता में कमी आएगी। खांसी ठीक न होने तक रोज ऐसा करें।
खांसी का इलाज करने के लिए अन्य उपाय – Other Home Remedies for Cough
  • एक चौथाई चम्मच मुलेठी और दालचीनी पाउडर मिलाकर शहद के साथ चाटने से खांसी में आराम मिलता है।
  • 4 कप पानी में 2-3 छोटे टुकड़े अदरक और एक चम्मच सूखा पिपरमिंट मिलाकर उबालें। जब पानी की मात्रा आधी रह जाए, तब इसे उतारकर ठंडा कर लें तथा छान ले। अब इसमें एक कप शहद को अच्छी प्रकार मिला कर रख लें। रोज इस सिरप की एक बड़ी चम्मच मात्रा को दिन में 5-6 बार पिएं।

उपरोक्त उपाय सिर्फ परंपरागत मान्यताओं पर आधारित घरेलू नुस्खे हैं। आजमाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। खांसी होने पर अपने चिकित्सक से परामर्श करे।

खांसी की दवा – Khansi Ki Dava – Cough Syrup

खांसी की दवा Syrup – khansi ka syrup – 10 best Allopathic Cough Syrup

1) बेनाड्रील कफ सिरप – Benadryl Cough Syrup

बेनाड्रील सिरप का इस्तेमाल खांसी के इलाज में किया जाता है। यह एलर्जी के लक्षणों जैसे कि नाक बहना, नाक में जमाव, छींकना, आंखें से पानी आना और जकड़न या जमाव से राहत देता है। यह नाक, विंडपाइप और लंग्स में बलगम को भी पतला करता है, जिससे खांसी को बाहर निकालना आसान हो जाता है।

2) बेनैड्राइल डॉ सिरप – Benadryl DR Syrup

बेनैड्राइल डॉ सिरप एक एंटीट्यूसिव (खांसी को रोकने या उससे राहत देने वाली) दवा है। इसका सूखी खांसी के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह मस्तिष्क में खांसी केन्द्रक की गतिविधि को कम करके मदद करता है।

3) एस्थेलीन सिरप – Asthalin Syrup

एस्थेलीन सिरप का इस्तेमाल अस्थमा और क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) के लक्षणों जैसे कि खांसी, सांस लेने में घरघराहट और सांस फूलने आदि से छुटकारा दिलाने के लिए किया जाता है। यह वायुमार्ग की मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है, जिससे वह चौड़ा हो जाता है और सांस लेना आसान बनाता है।

4) कोरेक्स डीएक्स सिरप – Corex DX Syrup

कोरेक्स डीएक्स सिरप एक कॉम्बिनेशन दवा है जिसका इस्तेमाल सूखी खांसी के इलाज के लिए किया जाता है। यह मस्तिष्क में खांसी के केंद्र की गतिविधि को कम करके काम करता है। यह एलर्जी के लक्षणों जैसे बहती नाक, आंखों से पानी आना, छींक और गले में इरिटेशन से राहत देता है।

5) कफ जीटीबी सिरप – Cuf Gtb Syrup

कफ जीटीबी सिरप का इस्तेमाल बलगम वाली खांसी के इलाज में किया जाता है। यह नाक, श्वासनली और फेफड़ों में बलगम को पतला करता है, जिससे बलगम को बाहर निकालना आसान हो जाता है। यह नाक बहने, छींकने, खुजली और आंखों से पानी निकलने की समस्या से भी राहत देता है।

6) टोरेक्स खांसी सिरप – Torex Cough Syrup

टोरेक्स खांसी सिरप एक कॉम्बिनेशन दवा जिसका इस्तेमाल खांसी के इलाज के लिए किया जाता है। यह नाक और विंडपाइप में बलगम को पतला करता है, जिससे कफ आसानी से बाहर निकल जाता है। इस दवा से बहती नाक, आखों में पानी, छींक, गले की जलन जैसे एलर्जी के लक्षणों से भी राहत मिलती है।

7) रेक्सोकोफ डीएक्स सिरप – Rexcof DX Syrup

रेक्सोकोफ डीएक्स सिरप एक कॉम्बिनेशन दवा है जिसका इस्तेमाल सूखी खांसी के इलाज के लिए किया जाता है। यह मस्तिष्क में खांसी के केंद्र की गतिविधि को कम करके काम करता है। यह एलर्जी के लक्षणों जैसे बहती नाक, आंखों से पानी आना, छींक और गले में इरिटेशन से राहत देता है।

8) चेरिकोफ सिरप – Chericof Syrup

चेरिकोफ सिरप एक कॉम्बिनेशन दवा है जिसका इस्तेमाल सूखी खांसी के इलाज के लिए किया जाता है। यह छींकने, नाक बहने, आंखों में पानी निकलने और गले की जलन जैसे एलर्जी के लक्षणों से राहत दिलाता है। यह बंद नाक या जकड़न से भी राहत दिलाता है।

9) ग्रिलिन्क्टस सिरप – Grilinctus Syrup

ग्रिलिन्क्टस सिरप एक कॉम्बिनेशन दवा जिसका इस्तेमाल खांसी के इलाज के लिए किया जाता है। यह नाक, श्वासनली और फेफड़ों में बलगम को पतला करता है, जिससे कफ आसानी से बाहर निकल सके। यह नाक बहने, आंखों से पानी निकलने और गले में जलन की समस्या से भी राहत देता है।

10) चेरी-बेस्ट खांसी सिरप – Cherry-Best Cough Syrup

चेरी-बेस्ट खांसी सिरप का इस्तेमाल खांसी के इलाज के लिए किया जाता है। यह नाक में म्यूकस को पतला करता है, जिससे इसे खांसी के माध्‍यम से बाहर निकालना आसान हो जाता है। यह दवा कंजेशन या स्टफिनेस से राहत देने के लिए नाक में ब्लड वेसल को संकुचित करती है। यह आंखों से पानी निकलने, छींकने, नाक बहने और गले में जलन जैसे एलर्जी के लक्षणों से भी छुटकारा दिलाता है।

खांसी की आयुर्वेदिक(हर्बल) दवा – Khansi ki Herbal Syrup – 10 best Herbal Cough Syrup

1) डाबर हनीटस – Dabur Honitus

डाबर हनीटस कफ सिरप सबसे लोकप्रिय है। यह बिना किसी दुष्प्रभाव के सर्दी और खांसी से प्रभावी और त्वरित राहत प्रदान करता है। खांसी की दवाई शहद आधारित है। यह तुलसी, बनपशा और मुलेठी के गुणों को जोड़ती है।

2) बैद्यनाथ भृंगराजसव – Baidyanath Bhringrajasava

बैद्यनाथ आयुर्वेदिक दवाएं तैयार करने वाले सबसे पुराने और भरोसेमंद हर्बल ब्रांडों में से एक है। भृंगराजसव एक कफ निस्सारक है और सर्दी, खांसी और ब्रोन्कियल रोगों के इलाज के लिए बहुत मददगार है। यह कफ सिरप पीपल, हरीतकी, लौंग, भृंगराज, गुड़, चतुरजात और धातुकी से तैयार किया गया है।

3) हिमानी सरदी जा – Himani Sardi Ja Cough Syrup

हिमानी सरदी जा नया हर्बल सिरप है। यह एक आयुर्वेदिक खांसी की दवाई है जो च्यवनप्राश के गुणों को जोड़ती है। खांसी की दवाई शरीर की प्रतिरक्षा और ऊर्जा को बहाल करने में मदद करती है। यह सिरप आपकी एकाग्रता शक्ति के निर्माण में भी मदद करता है। यह गले की जलन, खांसी और सर्दी से राहत दिलाने में मदद करता है। इससे उनींदापन नहीं होता है।

4) झंडू जेफ्स कफ सिरप – Zandu Zefs Cough Syrup

झंडू जेफ्स कफ सिरप खांसी और जुकाम के लिए एक प्राकृतिक कफ निस्‍सारक है। यह खांसी की दवाई भड़काऊ प्रतिश्यायी स्थितियों, धूम्रपान करने वालों की खांसी, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, स्वरयंत्रशोथ आदि से राहत प्रदान करती है।

5) हिमालया कोफलेट – Himalaya Koflet

हिमालया कोफलेट सर्दी और खांसी से बहुत राहत दिलाता है। यह म्यूकोलाईटिक और एक्सपेक्टोरेंट दोनों है जो राहत प्रदान करने में मदद करता है। यह इस बीमारी से संबंधित जलन और ऐंठन को कम करता है।

6) चरक कोफोल – Charak Kofol

चरक कोफोल खांसी से राहत पाने के लिए प्राकृतिक जड़ी बूटियों का एक उत्तम सूत्र है। ब्रोन्कियल अस्थमा, एलर्जी, सूखी खांसी आदि के लिए यह एक्सपेक्टोरेंट अच्छा काम करता है। यह बलगम के कारण होने वाली जलन को कम करने में भी मदद करता है।

7) हमदर्द जोशिना – Hamdard Joshina

जोशिना कफ सिरप में सात जड़ी बूटियों के अर्क होते हैं। खांसी के लिए यह हर्बल दवा ब्रोंकाइटिस, सर्दी और खांसी से राहत पाने का एक अचूक नुस्खा है।

8) दिव्य स्वसारी प्रवाही – Divya Swasari Pravahi

स्वसारि प्रवाही पतंजलि दिव्य फार्मेसी का एक आयुर्वेदिक एक्सपेक्टोरेंट है। यह दवा लोकप्रिय जड़ी-बूटियों से तैयार की गई है जो श्वसन संक्रमण, फ्लू और खांसी को ठीक करने में मदद करती हैं। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बनाता है।

9) मुल्तानी कूका कफ सिरप – Multani Kuka Cough Syrup

आयुर्वेदिक मुल्तानी कूका कफ सिरप प्राकृतिक घटकों और समय-परीक्षणित वनस्पति विज्ञान से निर्मित है। इसमें अल्कोहल नहीं है और यह आपको नींद या नशे की लत नहीं बनाता है। पुरानी खांसी सहित सभी प्रकार की खांसी का इलाज कूका कफ सिरप से किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त गले में खराश, सर्दी, जमाव, और फ्लू जैसे लक्षण जो आमतौर पर मौसमी परिवर्तनों के कारण होते हैं, इस प्राकृतिक उपचार से राहत मिलती है।

10) हर्बो-कफ – Herbo-Kuff

हर्बो कफ सिरप गीली और सूखी दोनों तरह की खांसी से राहत के लिए बनाया गया एक हर्बल उपचार है। इसमें कई औषधीय जड़ी-बूटियाँ होती हैं जिनमें आपके गले में दर्द और परेशानी को दूर करने की क्षमता होती है, साथ ही आराम और ठंडक का प्रभाव भी होता है। यह एक प्राकृतिक उपचार है जो कई प्रकार की खांसी से राहत दिलाने में मदद करता है, जैसे सूखी खांसी, गीली खांसी, काली खांसी और अन्य

खांसी की होम्योपैथिक दवा – Khansi ki Homeopathic Syrup – 3 best homeopathic Cough Syrup

1) SBL स्टोबल कफ सिरप – SBL StoBal Cough Syrup

SBL Stobal Cough Syrup होम्योपैथी खांसी की दवा है जो कफ को दूर करती है और निगलने में कठिनाई को दूर करती है। यह दवा सभी प्रकार की खांसी (सूखी और गीली), गले में जलन, ब्रोंकाइटिस से जुड़ी खांसी, लैरींगाइटिस, ट्रेकाइटिस और काली खांसी में प्रभावी है

2) अल्फा-कॉफ कफ सिरप – Dr Willmar Schwabe India Alpha-Coff Cough Syrup

डॉ विलमर श्वाबे इंडिया अल्फा-कॉफ़ कफ सिरप एक होम्योपैथिक दवा है जो लगातार और परेशान करने वाली खांसी से राहत देने में मदद करती है। सूत्रीकरण ऐंठन, दम घुटने वाली खांसी, श्लेष्म झिल्ली के स्राव, खराश और गले में एक गांठ की भावना, खांसी से जुड़ी मतली और उल्टी और सूखी चिढ़ाने वाली खांसी के साथ गले के गड्ढे में लगातार गुदगुदी को प्रबंधित करने में मदद करता है।

3) डॉ. रेकवेग R8 जट-यू-सिन कफ सिरप – Dr. Reckeweg R8 Jut-U-Sin Cough Syrup

Dr. Reckeweg R8 Jut-U-Sin Cough Syrup आम सर्दी के कारण होने वाली खांसी से अस्थायी रूप से राहत दिलाने के लिए एक होम्योपैथिक तैयारी है। यह विभिन्न प्रकार की खांसी को शांत करने में सहायता कर सकता है और खांसी के कारण होने वाली परेशानी से राहत प्रदान कर सकता है।

अपने चिकित्सक से परामर्श किये बिना ऊपर बताई गई किसी भी सिरप या दवा का सेवन ना करे। खांसी होने पर अपने चिकित्सक से परामर्श करे।

बलगम वाली खांसी का इलाज घरेलू – Gili Khansi ka Gharelu Ilaj – Wet Cough Home Remedies

खांसी के साथ बलगम आना वैसे तो बहुत आम समस्या है, लेकिन कई बार यह कुछ गंभीर समस्याओं का संकेत हो सकता है जैसे, टीबी। इसलिए अगर किसी व्यक्ति को काफी लंबे समय से खांसी के साथ बलगम आने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो ऐसे में उन्हें डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। अगर आप डॉक्टर से उपचार के साथ अगर कुछ देसी घरेलू नुस्खों को फॉलो करते हैं, तो इससे जल्द आपको बलगम वाली खांसी से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है

1. शहद के साथ काली मिर्च चबाएं – Honey and Black Pipper

शहद और काली मिर्च का कॉम्बिनेशन न सिर्फ खांसी से आराम प्रदान करता है, बल्कि यह छाती में जमा बलगम को बाहर निकालने में भी मदद करता है। इसका लाभ प्राप्त करने के लिए आपको बस दिन में 2-3 बार 1 चम्मच शहद के साथ 4-5 काली मिर्च का सेवन करना है।

2. तुलसी की चाय पिएं – Tulsi Tea

तुलसी में कई औषधीय गुण होते हैं, यह खांसी और बलमग की समस्या के लिए एक रामबाण उपाय है। दिन में 2-3 बार तुलसी, अदरक की चाय में शहद में मिलाकर सेवन करने से आपको बहुत राहत मिलेगी।

3. गरारे करें – Gargle

गरारे करने से गले की खराश कम होती है। यह खांसी से राहत प्रदान करती है और बलगम को ढीला करने में मदद करती है। इससे गले की सूजन को कम करने में भी मदद मिलती है। आपको एक गिलास पानी में आधा चम्मच सेंधा नमक मिलाना है, फिर इससे 10 मिनट तक गरारे करने हैं।

4. पानी में कपूर डालकर भाप लें – Camphor Steam

गर्म पानी में कपूर डालकर भाप लेने से बंद नाक खोलने, गले की खराश और सूजन कम करने और बलगम बाहर निकाने में मदद मिलती है। दिन में 2-3 बार ऐसा करने से बलगम वाली खांसी में बहुत आराम मिलता है।

आप कपूर के बजाए गर्म पानी में पुदीना का तेल डालकर भी भाप ले सकते हैं, यह भी बलगम वाली खांसी के लिए एक रामबाण उपाय है।

5. शहद और अदरक का सेवन करें – Honey and Ginger

दोनों ही सामग्रियां एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती हैं। आप एक चम्मच शहद के साथ छोटा अदरक का टुकड़ा चबा सकते हैं, या फिर अदरक को पानी में उबालर, इसमें शहद मिलाकर पी सकते हैं।

उपरोक्त उपाय सिर्फ परंपरागत मान्यताओं पर आधारित घरेलू नुस्खे हैं। आजमाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। खांसी होने पर अपने चिकित्सक से परामर्श करे।

पुरानी से पुरानी खांसी की दवा – Purani Khansi ka Ilaj – Chronic Cough Medicine

पुरानी से पुरानी खांसी की घरेलू दवा – नीचे बताई हुई आयुर्वेदिक औषधि पुराने से पुराने कफ और खांसी को तीन दिन में सुधार सकती है। इस आयुर्वेदिक औषधि को आसानी से आप घर में बना सकते हैं और बच्चे से लेकर बूढ़े तक के लिए ये फायदेमंद है। इस औषधि को बनाना भी बेहद आसान है।

दवा बनाने की विधि तथा सेवन करने का तरीका 

मुलैठी पाउडर 100 ग्राम, 10 ग्राम काली मिर्च, 10 ग्राम दालचीनी पाउडर, 10 से 12 लौंग, 10 ग्राम घिसा हुआ अदरक को गुड़ में पका लें। अब इसकी गोलिया बना लें और चूसते रहें। ये ऐसे औषधि है जो कफ भी बाहर लाएगी और खांसी भी खत्म कर देगी। आप चाहे तों इसे काढ़े के रूप में भी पी सकते हैं।

गिलोय के प्रयोग से पुरानी खांसी का इलाज – Giloy for Chronic Cough

गिलोय के रस को रोज सुबह-शाम खाली पेट पीने से पुरानी खांसी भी ठीक हो जाती है।

उपरोक्त उपाय तथा आयुर्वेदिक औषधि सिर्फ परंपरागत मान्यताओं पर आधारित घरेलू नुस्खे हैं। आजमाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। खांसी होने पर अपने चिकित्सक से परामर्श करे।

खांसी में रामबाण – Khansi ka Ramban Ilaj – Cough ka Ramban Upay

खांसी का रामबाण इलाज है हल्दी – Turmeric to Cure Cough

हल्दी एक बेहतरीन जड़ी-बूटी है, यह सूखी खांसी के लिए एक बेहतरीन है। आप एक कप पानी में एक चम्मच हल्दी पाउडर और एक चम्मच काली मिर्च पाउडर मिलाकर उबाल लें, आप चाहें तो स्वाद के लिए इसमें दालचीनी भी मिला सकते हैं। अब इस मिश्रण में एक चम्मच शहद मिला लें और जब तक खांसी रहे, तब तक नियमित तौर पर इसका सेवन करें। हल्दी की जड़ को भूनकर, मुलायम पाउडर के रूप में पीसकर भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इस पाउडर का पानी और शहद के साथ मिश्रण बनाकर दिन में दो बार पीने से खांसी में राहत मिलेगी।

बादाम है खांसी भगाने का रामबाण इलाज – Almonds to Cure Cough

बादाम हमारे स्वास्थ्य के लिए कितने अच्छे होते हैं, यह तो आप जानते ही हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बादाम का सेवन करके खांसी को भी दूर भगाया जा सकता है। इसके लिए 5-6 बादाम रातभर पानी में भगोकर रख दें। अब इन भीगे हुए बादामों को पीसकर एक पेस्ट बनाकर उसमें एक चम्मच मक्खन मिलाएं। जब तक लक्षण पूरी तरह से चले न जाएं, तब तक दिन में तीन-चार बार इस मिश्रण का सेवन करें।

उपरोक्त उपाय सिर्फ परंपरागत मान्यताओं पर आधारित घरेलू नुस्खे हैं। आजमाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। खांसी होने पर अपने चिकित्सक से परामर्श करे।

सूखी खांसी की देसी दवा – Sukhi Khansi ka Ilaj – Dry Cough Home Remedies

सूखी खांसी बेहद खतरनाक होती है। खांसते-खांसते पूरे पेट में और पसलियों में दर्द होने लगता है। यहां कुछ देसीनुस्खे बताए जा रहे हैं जो सूखी खांसी को दूर करने में मदद कर सकते हैं।

शहद – Honey for Dry Cough

सूखी खांसी में शहद रामबाण इलाज है। यह न सिर्फ गले की खराश को दूर करता है बल्कि गले के इंफेक्शन को भी ठीक कर देता है। इसके लिए 2 चम्मच शहद को आधे गिलास गुनगुने पानी में मिलाएं और पिएं। रोजाना इस तरीके को अपनाने से सूखी खांसी में आराम मिलेगा। इसके अलावा नियमित रूप से गरम पानी में नमक मिलाकर गरारे करें।

पीपल की गांठ – Peepal knot for Dry Cough

पीपल की गांठ को भी सूखी खांसी में लाभकारी माना गया है। यह एक आजमाया हुआ नुस्खा है, जिससे सूखी खांसी को ठीक करने में मदद मिली है। इसके लिए एक पीपल की गांठ को पीस लें और उसे एक चम्मच शहद में मिलाकर खा लें। रोजाना ऐसा ही करें। इससे कुछ ही दिन में सूखी खांसी ठीक हो जाएगी।

अदरक और नमक – Ginger and Salt for Dry Cough

अदरक से भी सूखी खांसी में आराम मिलता है। इसके लिए अदरक की एक गांठ को कूटकर उसमें एक चुटकी नमक मिला लें और दाढ़ के नीचे दबा लें। उसका रस धीरे-धीरे मुंह के अंदर जाने दें। 5 मिनट तक उसे मुंह में रखें और फिर कुल्ला कर लें।

मुलेठी की चाय – Mulethi Tea

मुलेठी की  चाय पीने से भी सूखी खांसी में आराम मिलता है। इसे बनाने के लिए दो बड़ी चम्मच मुलैठी की सूखी जड़ को एक मग(mug) में रखें और इस मग में उबलता हुआ पानी डालें। 10-15 मिनट तक भाप लगने दे। दिन में दो बार इसे लें।

काली मिर्च और शहद – Black Pipper and Honey

काली मिर्च और शहद के मिश्रण से भी सूखी खांसी दूर होती है। 4-5 काली मिर्च पीसकर शहद में मिलाकर खा लें। हफ्ते में रोजाना ऐसा करें। कुछ दिन में ही आराम नजर आएगा।

उपरोक्त उपाय सिर्फ परंपरागत मान्यताओं पर आधारित घरेलू नुस्खे हैं। आजमाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। खांसी होने पर अपने चिकित्सक से परामर्श करे।

सूखी खांसी के लिए सिरप – Sukhi Khansi ka Syrup – Dry Cough Syrup

सूखी खांसी की बेस्ट सिरप – Sukhi Khansi ki Dava – 7 Best Dry Cough Syrup

बेनैड्राइल डॉ सिरप – Benadryl DR Syrup

बेनैड्राइल डॉ सिरप एक एंटीट्यूसिव (खांसी को रोकने या उससे राहत देने वाली) दवा है। इसका सूखी खांसी के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह मस्तिष्क में खांसी केन्द्रक की गतिविधि को कम करके मदद करता है।

कोरेक्स डीएक्स सिरप – Corex DX Syrup

कोरेक्स डीएक्स सिरप एक कॉम्बिनेशन दवा है जिसका इस्तेमाल सूखी खांसी के इलाज के लिए किया जाता है। यह मस्तिष्क में खांसी के केंद्र की गतिविधि को कम करके काम करता है। यह एलर्जी के लक्षणों जैसे बहती नाक, आंखों से पानी आना, छींक और गले में इरिटेशन से राहत देता है।

रेक्सोकोफ डीएक्स सिरप – Rexcof DX Syrup

रेक्सोकोफ डीएक्स सिरप एक कॉम्बिनेशन दवा है जिसका इस्तेमाल सूखी खांसी के इलाज के लिए किया जाता है। यह मस्तिष्क में खांसी के केंद्र की गतिविधि को कम करके काम करता है। यह एलर्जी के लक्षणों जैसे बहती नाक, आंखों से पानी आना, छींक और गले में इरिटेशन से राहत देता है।

चेरिकोफ सिरप – Chericof Syrup

चेरिकोफ सिरप एक कॉम्बिनेशन दवा है जिसका इस्तेमाल सूखी खांसी के इलाज के लिए किया जाता है। यह छींकने, नाक बहने, आंखों में पानी निकलने और गले की जलन जैसे एलर्जी के लक्षणों से राहत दिलाता है। यह बंद नाक या जकड़न से भी राहत दिलाता है।

SBL स्टोबल कफ सिरप – SBL StoBal Cough Syrup

SBL Stobal Cough Syrup होम्योपैथी खांसी की दवा है जो कफ को दूर करती है और निगलने में कठिनाई को दूर करती है। यह दवा सभी प्रकार की खांसी (सूखी और गीली), गले में जलन, ब्रोंकाइटिस से जुड़ी खांसी, लैरींगाइटिस, ट्रेकाइटिस और काली खांसी में प्रभावी है

मुल्तानी कूका कफ सिरप – Multani Kuka Cough Syrup

आयुर्वेदिक मुल्तानी कूका कफ सिरप प्राकृतिक घटकों और समय-परीक्षणित वनस्पति विज्ञान से निर्मित है। इसमें अल्कोहल नहीं है और यह आपको नींद या नशे की लत नहीं बनाता है। पुरानी खांसी सहित सभी प्रकार की खांसी का इलाज कूका कफ सिरप से किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त गले में खराश, सर्दी, जमाव, और फ्लू जैसे लक्षण जो आमतौर पर मौसमी परिवर्तनों के कारण होते हैं, इस प्राकृतिक उपचार से राहत मिलती है।

हर्बो-कफ – Herbo-Kuff

हर्बो कफ सिरप गीली और सूखी दोनों तरह की खांसी से राहत के लिए बनाया गया एक हर्बल उपचार है। इसमें कई औषधीय जड़ी-बूटियाँ होती हैं जिनमें आपके गले में दर्द और परेशानी को दूर करने की क्षमता होती है, साथ ही आराम और ठंडक का प्रभाव भी होता है। यह एक प्राकृतिक उपचार है जो कई प्रकार की खांसी से राहत दिलाने में मदद करता है, जैसे सूखी खांसी, गीली खांसी, काली खांसी और अन्य

अपने चिकित्सक से परामर्श किये बिना ऊपर बताई गई किसी भी सिरप या दवा का सेवन ना करे। खांसी होने पर अपने चिकित्सक से परामर्श करे।

बच्चों की खांसी का देसी इलाज – Bachcho ki Khansi ka Ilaj – Kids Cough Home Remedies

बच्चों को खाँसी होना बहुत ही आम बात है। प्रायः यह देखा जाता है कि जब भी बच्चे को खांसी होती है तो माता-पिता बहुत घबरा जाते हैं और तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करते हैं। आपको घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि खाँसी कोई बीमारी नहीं है। यह शरीर में हो रही किसी और परेशानी का संकेत होती है। बच्चों की खांसी के लिए अनेक घरेलू उपाय हैं जिसकी सहायता से आप बच्चों की खांसी का उपचार कर सकते हैं।

अंगूर है बच्चों की खांसी की दवा – Grapes for Cough in Kids

आप खांसी की दवा के रूप में अंगूर का सेवन करा सकते हैं। कफ निकालने के लिए अंगूर प्राकृतिक रूप से काम करता है। ये फेफड़ों से कफ निकाल देता है। अंगूर के रस में शहद मिलाएं। इस रस को बच्चे को सोने से पहले थोड़ा-सा पिलाएँ।

शहद और नींबू है बच्चों की खांसी की दवा – Honey and Lemon for Cough in Kids
  •  शहद बच्चों की सर्दी का देसी इलाज है। इसमें बहुत सारे गुण होते हैं। 1 चम्मच नींबू के रस में 2 से 3 चम्मच शहद मिलाएं। हर 2 घण्टे के बाद बच्चे को यह मिश्रण पिलाते रहें। यह खांसी की बहुत अच्छी दवा है।
  • इसके साथ ही एक गिलास, या एक कप गर्म दूध में 1 से 2 चम्मच शहद मिलाकर भी बच्चे को दे सकते हैं। दोनों ही उपाय रामबाण उपचार करते हैं। यह छोटा सा प्रयोग सर्दी और खाँसी दोनों में लाभदायक होता है।
नींबू है बच्चों की खांसी की दवा – Lemon for Cough in Kids

बच्चों की खांसी के इलाज के लिए घरेलू उपाय के रूप में नींबू का उपयोग लाभ पहुंचाता है। विटामिन-सी से भरपूर होने के कारण नीम्बू शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में भी सहायक है। नीम्बू के रस में थोड़ा-सा शहद और बहुत सारा पानी मिला लें। अगर एक वर्ष से ऊपर के बच्चों को पिलाया जाये तो उससे छोटे बच्चों को सर्दी- खाँसी में बहुत आराम मिलता है।

लहसुन और शहद है बच्चों की खांसी की दवा – Garlic and Honey for Cough in Kids

छोटे बच्चों की सर्दी होने पर एक लहसुन की छोटी कली को बारीक पीस लेंइसमें हल्का-सा शहद मिलाकर बच्चे को चटवायें। यह दिन में 2-3 बार करें। यह प्रयोग सुबह उठने के बाद, दोपहर तथा रात को सोने से पहले करें। खांसी की इस दवा से बहुत लाभ होता है।

अदरक है बच्चों की खांसी की दवा – Ginger for Cough in Kids

बच्चों की खांसी के घरेलू इलाज के लिए अदरक का इस्तेमाल भी किया जाता है। एक कप पानी में अदरक के टुकड़ों को डालकर उबालें। आधा पानी होने के बाद उबालकर छान लें। इसमें एक चम्मच शहद डालकर बच्चे को पिलाएँ।

तुलसी है बच्चों की खांसी की दवा – Tulsi for Cough in Kids

खांसी की दवा के रूप में तुलसी का बहुत इस्तेमाल किया जाता है। तुलसी के पत्तों का रस निकाल कर बच्चे को पिलाएँ। इससे बच्चों की खांसी ठीक होती है। यह बहुत कारगर उपाय है।

एलोवेरा है बच्चों की खांसी की दवा – Aloe Vera for Cough in Kids

बड़ों की खाँसी हो या बच्चे की खाँसी, सभी में एलोवेरा का रस और शहद का मिश्रण काफी असरदार का करता है। यह खांसी की बहुत लाभकारी दवा है।

बच्चों की खांसी के लिए अन्य दवा – Other Home Remedies for Cough in Kids
  • बच्चों की खांसी के घरेलू उपाय के रूप में आँवले के चूर्ण को गुड़ में मिलाकर खाएँ।
  • गाजर के रस में पालक रस मिलाकर सेवन करेंं। इससे खून में लालिमा आती है, और अन्य दूषित पदार्थ प्रभावहीन हो जाते हैं।
  • बच्चों की खांसी के घरेलू उपाय के रूप में मूली और गन्ने का रस मिलाकर पिएं। इससे पीलिया नष्ट हो जाएगा।
  • बादाम-6, छोटी इलायची-3, छुआरा-2 लें। इन द्रव्यों को रात में मिट्टी के कुल्हड़ में भिगो दें। इसे पीस कर मिश्री और मक्खन के साथ चाटें।

उपरोक्त उपाय सिर्फ परंपरागत मान्यताओं पर आधारित घरेलू नुस्खे हैं। आजमाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। खांसी होने पर अपने चिकित्सक से परामर्श करे।

खांसी से सम्बन्धित सवाल एवं जवाब – Cough Related Questions and Answers

सूखी खांसी में क्या नहीं खाना चाहिए?

अगर आपको सूखी या एलर्जी वाली खांसी हो तो आपको केले, टमाटर, पपीते, डार्क चोकलेट और सिट्रस फ्रूट यानी मौसमी, बैंगन, पालक, ड्राई फ्रूट्स, मूंगफली, काजू , अखरोट, मुलेठी, संतरा या नींबू नही खाना चाहिये। ठंडी चीजे जैसे ठंडा पानी, कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम वगैरह नहीं खानी चाहिये। चीनी का प्रयोग भी कम मात्रा मे करना चाहिये।

रात में खांसी आने का कारण?

रात में खांसी के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें अस्थमा, एलर्जी और सर्दी जुकाम की समस्या शामिल है। आइए विस्तार से जानते हैं इस बारे में-

  1. वायरल इंफेक्शन: रात के समय खांसी की परेशानी अधिकांश मामलों में सामान्य सर्दी और फ्लू के संक्रमणों की वजह से होता है। इसमें तीव्र सर्दी और फ्लू के लक्षण दिखते हैं, जो लगभग 1 सप्ताह तक नजर आते हैं, लेकिन कुछ लोगों को लंबे समय तक खांसी की परेशानी होती है।
  2. गर्ड: गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (जीईआरडी) एक प्रकार का क्रोनिक एसिड रिफ्लक्स है। इस परेशानी से जूझ रहे व्यक्तियों को रात के समय खांसी हो सकती है। इसके अलावा इस समस्या में पेट में जलन, छाती में दर्द, खट्टी डकार, गले के पिछले हिस्से में गांठ, गला बैठना, निगलने में कठिनाई और नाक ड्रिप जैसा महसूस हो सकता है।
  3. अस्थमा: अस्थमा एक ऐसी स्थिति है जिसमें वायुमार्ग में सूजन आ जाती है। इसकी वजह से मरीजों को सांस लेने में परेशानी होती है। अस्थमा की समस्या से जूझ रहे व्यक्तियों को खांसी अक्सर रात या फिर सुबह के समय में अधिक होती है। अस्थमा में खांसी के अलावा सांस लेने में घरघराहट, सांस लेने में कठिनाई, सीने में जकड़न या दर्द और खांसी या घरघराहट का दौरा जैसे लक्षण दिखते हैं।
  4. पोस्टनासल ड्रिप: पोस्टनाल ड्रिप तब होती है जब बलगम आपके नाक के रास्ते से नीचे आपके गले तक पहुंचता है। यह परेशानी रात में लेटते समय अधिक होती है। पोस्टनासल ड्रिप आमतौर पर तब होती है जब आपका शरीर सामान्य से अधिक बलगम का उत्पादन करता है। इसके अलावा सर्दी, फ्लू या एलर्जी की वजह से भी इस तरह की परेशानी बढ़ती है। पोस्टनासल ड्रिप के अन्य लक्षणों में गला खराब होना, निगलने में परेशानी और नाक बहना शामिल है।
  5. कुछ सामान्य कारण: कुछ अन्य कारणों की वजह से भी रात के समय खांसी हो सकती है। रात में सूखी खांसी के कम सामान्य कारणों में पर्यावरणीय कारक, एंजियोटेंसिन परिवर्तित एंजाइम (एसीई) अवरोधक और काली खांसी शामिल है।
रात में ज्यादा खांसी आए तो क्या करें?

रात के समय खांसी की परेशानी को कम करने के लिए सोने से पहले भाप लें, अधिक से अधिक आराम करें, गर्म पानी से गरारे करें, शहद का सेवन करें. इत्यादि तरीके से रात के समय खांसी की परेशानी को कम किया जा सकता है।

खांसी में चावल खाना चाहिए?

जुकाम और खांसी होने पर हमारे शरीर में बलगम जमा हो जाता है। ऐसे में अगर चावल का सेवन कर लिया जाए, तो समस्या बढ़ सकती है। इसलिए खांसी और जुकाम होने पर चावल नहीं खाना चाहिए।

चावल खाने से शरीर का कफ बढ़ने लगता है, जिससे खांसी की समस्या बढ़ जाती है। चावल की वजह से खांसी और कफ बढ़ता है, जिससे शरीर कमजोर पड़ जाता है। यही वजह है कि जुकाम और खांसी में एक्सपर्ट भी चावल खाने की सलाह नहीं देते हैं।

खांसी कितने दिन में ठीक होता है?

अधिकांश खांसी तीन सप्ताह के भीतर हल हो जाती है और चिकित्सा उपचार की आवश्यकता नहीं होती है।

सूखी खांसी में क्या खाना चाहिए?
  • अगर सूखी खांसी गर्मी में आ रही है तो ठंडी और मीठी चीज खाएं जैसे, खीर, दही-चीनी, मावे से बनी कोई मिठाई, ताजा पनीर इत्यादि। ध्यान रखें कि यहां ठंडी का अर्थ फ्रिज में रखी हुई चीजों से नहीं है बल्कि उन चीजों से है, जो गुणों में ठंडी होती हैं और शरीर को शीतलता और स्निग्धता (Calmness and Moisture) प्रदान करती हैं।
  • जब सर्दी में आपको सूखी खांसी का धसका उठ रहा हो तो आप गर्म और मीठी चीजों का सेवन करें जैसे, गाजर का हलवा, गर्मा-गर्म गुलाब जामुन, गर्म दूध और गुड़, गर्म जलेबी और दूध इत्यादि। यदि आपको मधुमेह यानी डायबिटीज (Diabetes) की समस्या है तो बेहतर रहेगा कि आप खुद से कोई उपाय ना करें और अपने डॉक्टर से मिलें।

अस्वीकरण (Disclaimer): यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। Useful Info (usefulinfo.tech) इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Source: 1mg.com, stylecraze.com, swastikayurveda.co.in, onlymyhealth.com, dnaindia.com, india.com, navbharattimes.indiatimes.com, livehindustan.com, starhealth.in, abplive.com


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